Manshi K - Stories, Read and Download free PDF

खामोश लफ्ज़

by Manshi K
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1."ख़ामोश लफ़्ज़"ख़ामोश लफ़्ज़, बेज़ुबान रातें,आँखों में बसी कुछ अधूरी बातें।चाँद भी थककर सो गया है,पर दिल मेरा अब भी ...

ये दिल आशिकाना

by Manshi K
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ये दिल आशिकाना,,,,,,,,,,सर्दियों की हल्की गुलाबी शाम थी। सूरज धीरे-धीरे ढल रहा था और उसकी सुनहरी किरणें शहर की ...

अधूरी मोहब्बत

by Manshi K
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दर्द भरी प्रेम कहानी – जासोनपुर की अधूरी मोहब्बतजासोनपुर का मासूम प्यार________________________बिहार के छोटे से गाँव जासोनपुर में प्रेम ...

प्रेम कहानियां....

by Manshi K
  • 3k

गांव की प्रेम कहानीबिहार का एक छोटा सा गांव जिसका नाम सोनपुर था जो एक नदी किनारे बसा था ...

जादुई आईना - पार्ट 1

by Manshi K
  • 3.7k

डिस्क्लेमर : यह मेरी रचना पूर्ण रूप से काल्पनिक है । इसमें सभी किरदार भी काल्पनिक है । इसका ...

शायद मेरी आख़िरी नाराज़गी होगी...

by Manshi K
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शायद मेरी आख़िरी नाराज़गी होगी ..फिर कभी न गुस्सा करूंगीऔर न उसके बाद कोई हक होगा मेरा ....किसी ने ...

खैर छोड़िए..!!

by Manshi K
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हम खुद लगते हैं रेलवे ट्रैक और वक्त के साथ भागती हुई हमारी जिंदगी रेलगाड़ी।चलती तो रफ्तार से ही ...

Love Contract - 25 - (Last Part)

by Manshi K
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सांवरी : दीदी मैं आज विराज को सारी सच्चाई बता दूंगी ... मुझे भी अच्छा नहीं लगता आखिर कब ...

जिंदगी

by Manshi K
  • 2.3k

खुद के एहसासों को कुछ इस तरह बिखेरना चाहती हूमैं रहूं तुझमें और खुद को खोने के बाद भी ...

Love Contract - 24

by Manshi K
  • 1.8k

अगले दिनअदिति किचेन का सारा काम समेट कर .... सोचा आज रिवान जी का अलमीरा साफ कर दूं !!सारा ...