It was the first day of college. A new city, unfamiliar faces, and a thousand questions swirled in Arjun’s ...
नीलिमा के पिता महल में देखने आए कि सभी लोगों ने खाना खा लिया है या नहीं। इसके लिए ...
रात गहरी हो चुकी थी। हल्की-हल्की बारिश की बूंदें खिड़की से टकरा रही थीं, और ठंडी हवाएँ हर चीज़ ...
अब इधर नीलिमा की आँखें खुलीं। उसे ऐसा महसूस हुआ जैसे किसी ने उसके पैर पर हल्की गुदगुदी की ...
गहरी रात थी। एक सुनसान गोदाम में हल्की-हल्की रोशनी जल रही थी। अवंतिका को गुंडों ने एक कुर्सी पर ...
रात का सन्नाटा गहरा चुका था। हवाएं हल्की-हल्की सरसराते हुए माहौल को और भी रहस्यमय बना रही थीं। अवंतिका ...
अपराजिता, अपने पिता की आँखों का तारा थी। उसके जन्म से ही उसके पिता ने ठान लिया था कि ...
अब आकाश ने सोने की कोशिश की। उसने धीरे-धीरे अपनी आँखें बंद कर लीं और खुद को चादर में ...
एक तरफ जहाँ राधिका अपनी चाल को कामयाब बनाने के लिए हर एक तरह का षड्यंत्र रच रही थी, ...
शहर के एक अस्पताल में मंजू ज़िंदगी और मौत के बीच जूझ रही थीं। उनका छोटा बेटा उन्हें अस्पताल ...