Kishanlal Sharma - Stories, Read and Download free PDF

अधूरा प्यार

by किशनलाल शर्मा
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वेटिंग रूम की खिड़की से उगते सूर्य की किरणें रमन के सामने रखी टेबिल पर पड़कर फर्श को छू ...

तीन दिन--यादगार पल

by किशनलाल शर्मा
  • 1.4k

हर आदमी की जिंदगी में ऐसे पल आते हैं, जिन्हें वह आजीवन नही भूलता।वो पल उसके दिल मे हमेशा ...

और वर

by किशनलाल शर्मा
  • 2.8k

"दुशासन"आज्ञा भ्राताश्री।""तुम जाओ और द्रौपदी को सभा मे ले आओ"जैसी आज्ञाऔर दुशासन चल पड़ा।वह द्रौपदी को सभा मे लाने ...

The Silent Witness

by किशनलाल शर्मा
  • 1.9k

Narang was a retired Major from Indian army.Every morning he woke up before Sunrise and laced up his jogging ...

गाय--सुरेश की

by किशनलाल शर्मा
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"मेरी गायसुरेश दहाड़ मारकर रो रहा था।सुरेश का जन्मगांव बसवा के एक कृषक परिवार में हुआ था।उसके दादा परदादा ...

पति व अन्य लघुकथाएं

by किशनलाल शर्मा
  • 2.7k

रोज वह घर से स्टेशन पैदल जाता था।लेकिन आज उसे घर से निकलने में देर हो गयी थी।इसलिए घर ...

ड्रीम गर्ल

by किशनलाल शर्मा
  • 2.6k

अर्जुन को रोज रात को सपना आता।हसीन सपना।सपने में उसे एक सुंदर लडक़ी नजर आती।और दिन भर वह सोचता ...

संवाद

by किशनलाल शर्मा
  • 2.7k

(नैतिकता अनैतिकता के प्रश्नों को रेखांकित करती पौराणिक प्रसंग पर आधारित काल्पनिक कथा)मैं सुहागसेज पर घूँघट निकालकर बैठी पति ...

लापता - बीस साल पहले

by किशनलाल शर्मा
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नहीप्रदीप हड़बड़ा कर उठ बैठा"क्या हुआपति को बड़बड़ाता देखकर रमा की नींद खुल गयी थी।"कुछ नही"कुछ नही तो उठ ...

दगड़ू सेठ गणेश मंदिर

by किशनलाल शर्मा
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जून में अचानक पुणे जाना पड़ा।वहाँ पर अपने साले के घर पर रुका था।उसका फ्लेट लोहे गांव में है।एक ...