वो गांव जो नक्शे में नहीं है"(एक भटकी हुई रात… जो कभी ख़त्म नहीं हुई)रात के ठीक 8:47 पर, ...
मैंने अपने मरने की वीडियो देखी है"(एक सिंगल-शॉट हॉरर कहानी – अंत तक सिहर जाओगे)---28 दिसंबर की रात थी। ...
मौन कॉलररात के दो बज रहे थे। पूरा शहर गहरी नींद में डूबा हुआ था। सड़कों पर सन्नाटा पसरा ...
️ जलती हुई परछाईलेखक: विवेक सिंहरात के दो बज चुके थे। बाहर सुनसान सन्नाटा पसरा था। मीनाक्षी ने बिस्तर ...