shikha - Stories, Read and Download free PDF

सनम - 6

by shikha
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अवनि की ज़िन्दगी अब Yug Pratap Singh के इर्द-गिर्द घूमने लगी थी। वो जानती थी कि Yug की मौजूदगी ...

सनम - 5

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मुंबई की चकाचौंध भरी रातों में, एक नाम था जो हमेशा चमकता था – राजवीर मल्होत्रा।बाहर से बेहद संजीदा, ...

सनम - 4

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अवनि और युग दोनों कॉफी शॉप से बाहर निकल चुके थे। रात ठंडी थी, हवा में एक अजीब सी ...

तूम थे पर मेरे ना थे - 1

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विवान सिंह राठौड़, एक ऐसा नाम जिससे दुनिया कांपती थी, आज अपने दादाजी के सामने खड़ा था। हमेशा शांत ...

सनम - 3

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काफ़ी शॉप शहर के सबसे शांत कोने में थी। बाहर की भीड़भाड़ से बिल्कुल अलग। यहीं Yug और Avni ...

सनम - 2

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मुंबई की शाम थी। शहर की हलचल में गुम, अवनि अपनी स्कूटी चला रही थी, और उसकी आँखों में ...

सनम - 1

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अध्याय 1: "नज़रें जो टकराईं"मुंबई की एक सर्द सुबह...समंदर की लहरें शांत थीं, लेकिन शहर के बीचोंबीच एक तूफानी ...