तब जोगी बने जयन्त की बात सुनकर चन्द्रविजय बोला...."ये सब क्या कह रहे हो तुम,मुझे इसकी कोई पीठ नहीं ...
अब जयन्त अपना सामान पैक करके रात होने का इन्तजार करने लगा,उसने सभी से कहा कि वो हरिद्वार जा ...
जयन्त उस वक्त तो वहाँ से चला गया लेकिन उसके मन में कुछ और ही चल रहा था,वो सुहासिनी ...
इधर जब शिवनन्दन सिंह जी घर लौटे तो उन्हें देवराज और प्रयागराज ने सुहासिनी के बारे में सब बता ...
और फिर उसने फौरन ही चूल्हा बालकर बैंगन और टमाटर भुनने को रख दिए और जयन्त से बोली...."आप थोड़ी ...
सुमेर सिंह की फाँसी की सजा माँफ होने पर वरदा ने जयन्त को धन्यवाद किया और उससे बोली...."जयन्त! आज ...
फिर नलिनी जयन्त से बोली...."लेकिन मुझे ये बात समझ नहीं आई कि ये अपने पति के खिलाफ जाकर तुम्हें ...
और वो उससे बोली...."क्या सोच रहा है रे! कहीं तुझे आँची की याद तो नहीं आ रही?"अपनी माँ नलिनी ...
और जब डाक्टर सतीश ने अमोली को वहाँ देखा तो वो उससे बोले... "अमोली! तुम और यहाँ" "हाँ! सतीश! ...
जयन्त अपना चेकअप कराकर क्लीनिक से वापस घर लौट आया और उसने सभी को बताया कि मैं अब बिलकुल ...