DrAnamika - Stories, Read and Download free PDF

गुलमोहर की छांव में

by डॉ अनामिकासिन्हा
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तपती दोपहर में बस स्टैंड के सामने से अल्हड़ लड़कियों का झूंड गुजरा... किसी के हाथ में बस्ता किसी ...

गजल संग्रह

by डॉ अनामिकासिन्हा
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"खुशनसीब हूँ मैं जो हसरत-ए-दीदार कर सकी.. वक्त के पहले ईद का चांद भी नज़र नहींआता है.."खा़लिक़ तुझसे गुजा़रिश ...

फागुन के रंग, राधे के संग

by डॉ अनामिकासिन्हा
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फागुन के रंग राधे के संगश्रृंगार ही प्यार है राधे"-----------------------लटों को सुलझाकरमैं तुम्हारा श्रृंगार करूँ राधे.. तुम कामना हो ...

कागज की कश्ती

by डॉ अनामिकासिन्हा
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शीर्षक :मजदूर-------------------------------------------------------------------------उम्र का कोई भी पडा़वमेहनतकश के आगेलाचार नहीं होता... ... ताकत है ,जब तक धमनियों मेंवह मेरुदंड का ...

उमंग - संक्राति काल

by डॉ अनामिकासिन्हा
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परशुराम का तेज~~~~~||||~~~~शस्त्र,शास्त्र दोनों बल हैं इससे मानव रचता है इतिहासमानवता जब पूजी गयी हुआ तम का ह्रासरक्षक बने ...

राजभाषा बनाम राष्ट्रभाषा

by डॉ अनामिकासिन्हा
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आज मैं आपके सामने राजभाषा बनाम राष्ट्रभाषा पर कुछ कहना चाहती हूं भाषा एक ऐसी श्रृंखला है जिसके द्वारा ...

गजल - वतन पर मिटने का अरमान

by डॉ अनामिकासिन्हा
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" गरीब हूँ साहब" **************************"भीगे हुए अरमान आज रोने को है|मत ...