पिछले भाग में.." भाभी जी, आप बैठिए मुझे ज़रूरी काम से बाहर जाना पड़ेगा, एक मुवक्किल को टाइम दे ...
"बुरा मत मानना प्रतिमा, लेकिन तुम्हारे पति तुमसे भी ज़्यादा अच्छी चाय बनाते हैं।" शुक्लाइन ने तारीफ रूपी तंज ...
पेड़ों पर फलने वाले फलों से लेकरउन पर बसने वाले पंछियों तक को हर कोई चाहता हैतो उन्हीं पेड़ों ...
ईश्वर ने स्त्री का सृजन किया, देवी स्वरूप में पूजे जाने के लिए? ममता का अमृत बरसाने के लिए? ...
प्रोफेसर! कैसे हैं आप? आज ये सवाल आप मुझसे पूछ लेते काश! तो बता पाती, जलन से भरी हुईं ...
प्रोफेसर! कैसे हैं? कल आपकी आवाज़ ने क्या ही कहर ढा दिया। किस मुँह से भगवान से कहूं की ...
प्रोफेसर! कैसे हैं आप? वैसे ये सवाल केवल एक औपचारिकता लगती है, लेकिन ख़त बिना इस सवाल कुछ अधूरा ...
प्रोफेसर! तबियत आज कुछ ठीक नहीं थी सुबह से, लेकिन किसी से कहा नहीं, परेशान हो जाते सब। लेकिन ...
प्रोफेसर!मौसम का मिज़ाज बदल रहा यहाँ! ठण्ड अपने पूरे शबाब पर है।वहां मौसम के क्या हाल? गर्मी के कहर ...
कुंडली भाग्य-3*****************पिछले भाग में.... " सीधे मुंह बात नहीं कर सकते , तो जाओ मुझे भी कोई शौक नहीं ...