62=== “अंकल!प्लीज़ अदरवाइज़ मत लीजिए, बहुत दिनों से हम उधर की तरफ़ निकले भी नहीं हैं, चौकीदार तो है ...
61== “अंकल ! अगर आप परमीशन दें तो अब घर लौट जाएं।शायद आशी को कुछ समझ में आए| यह ...
60=== इस प्रकार शुरू हुआ मनु के जीवन का एक और नया अध्याय !जहाँ खुशियों, बिखरने का समय था, ...
नमस्कार पाठक मित्रों जिंदगी सुख और दुख का दूसरा नाम है। जीवन में समय हमेशा एक जैसा नहीं रहता ...
59=== अनन्या की सौतेली माँ इतनी बुरी भी नहीं थीं लेकिन उनका अपनी बेटी पर कोई कंट्रोल नहीं था, ...
58=== आशिमा के सामने ही शादी का दिन तय हो गया| आशिमा को यहाँ कई दिन हो चुके थे| ...
57=== अगली सुबह फिर वैसी ही थी, रोज़ के जैसी, सबने साथ में नाश्ता किया| आशिमा नाश्ते की मेज़ ...
56=== सब खाने पर बेमन से इधर-उधर की बातें करते रहे लेकिन आशी का न होना सबको खल रहा ...
================ स्नेही मित्रों नमस्कार आशा है आप सब प्रसन्न व आनंदित हैं | नव वर्ष में कुछ बदल ...
55=== जब ये लोग घर पहुँचे लगभग आठ बज गए थे| घर का सारा ‘हैल्पस्टाफ़’ आशिमा को देखकर खुश ...