138==== ================ “ओहो ! अमी आ गया तुम ? कैसी हो ? तुमको मिलने को आया, अम्मा-पापा सब बढ़िया ...
=================== नमस्कार मित्रो जीवन के अनुभवों से हम न जाने कितना कितना सीखते हैं। एक दिन में न जाने ...
137==== =============== जहाँ नमी आने लगती है, वहीं कुछ हरियाली के तिनके दिखाई देने लगते हैं वरना तो दिलोदिमाग ...
136=== =============== दो/तीन दिनों तक शर्बत की जांच के बारे में सबके मन में स्वाभाविक खलबली मची रही | ...
================== यादों के झरोखे से खिलती, खुलती झरती हँसी हमें रोते हुओं को भी अचानक मुस्कान में तब्दील कर ...
135==== =============== संस्थान का कामकाज उसी गति से चल रहा था जैसे हमेशा चलता रहता था, कोई कहीं व्यवधान ...
134==== ============== जब शर्बत की बॉटल के बारे में पता चला था मैंने महाराज से वह बॉटल अपने कमरे ...
================== स्नेहिल नमस्कार मित्रो! आशा है, आप सब आनंद में हैं । मेरी सोसाइटी काफ़ी बड़ी सोसाइटी है जिसमें ...
133=== ================ “बहुत सी बातें करनी हैँ शीला दीदी!”मेरे गीले शरीर का आधे से अधिक भाग उनके कंधे पर ...
132=== =============== अगला दिन एक नई सुबह जैसा ही था | सूर्य देव अपनी छटा से संस्थान के प्रांगण ...