pooja - Stories, Read and Download free PDF

मैं हूँ गुड़िया..... तुम्हारा डाकिया चाचा..

by piku
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समय निकलता गया।महीने ,दो महीने में जब कभी उस लड़की के लिए कोई डाक आती, डाकिया एक आवाज देता ...

फरमाइश... 2

by piku
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अगली सुबह जब उसकी आंख खुली तो उसे शोरगुल में वही मीठी मगर दबी सी आवाज सुनाई दी। 'पहले ...

डिअर सर........2

by piku
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आज काफी देर से लाइट नहीं थी तो अंधेरा होने से पहले ही लालटेन जलानी थी। एनी जैसे ही ...

फरमाइश... 1

by piku
  • 2.3k

बात काफी पुरानी है, जब दुनिया इंटरनेट की स्पीड से नहीं, तार और टेलीग्राम की रफ्तार से भागती थी। ...

डिअर सर........1

by piku
  • 2.4k

वो उमस भरी गर्मियों के गुजरने के दिन थे। नहाकर बाथरूम से बाहर निकलो तो दोबारा पसीने से नहाना ...

प्यार में हार..... 3

by piku
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"पता है मीरा, तुम यक़ीन नहीं करोगी!! चाचाजी मेरा एडमिशन कनाडा के सबसे जाने-माने आइस हॉकी इंस्टीट्यूट में करा ...

प्यार में हार....... 2

by piku
  • 1.2k

और इस कारण इरा की 'बुराइयां' और उभरकर सामने आतीं। लड़कों जैसी रहती है, लड़कों के साथ रहती है। ...

प्यार में हार...... 1

by piku
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"प्यार कहां किसी का पूरा होता है प्यार का तो पहला अक्षर ही अधूरा होता है..."आज से पांच साल ...

काश.... लेकिन कितने????.. 2

by piku
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उसके व्यवहार में गहरी आत्मीयता थी, स्वाभाविकता थी जिससे मैं सहज होने लगा। बातें उसने ही शुरू कीं। अकादमी ...

काश........ लेकिन कितने???.... 1

by piku
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शर्त बस सी थी कि दोनों जब कुछ बन जाएंगे तभी घरवालों से शादी की बात की जाएगी। उन ...