Varsha writer - Stories, Read and Download free PDF

क्यों हो गए बड़े-बचपन सुहाना था

by Varsha writer
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शाम का समय था। खिड़की के बाहर हल्की-हल्की ठंडी हवा चल रही थी। मैं ऑफिस से थककर लौटा ही ...

अपनों से ज्यादा खुद पर भरोसा करो.

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गांव के एक छोटे से मोहल्ले में अंजलि नाम की लड़की रहती थी। अंजलि बचपन से ही अपने माता-पिता ...

जिन्दगी का सबसे बड़ा सच-मां के सिवा कोई अपना नहीं

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आन्या की दुनिया हमेशा से सांवली रोशनी में नहाई रहती थी — घर भर की हल्की-हल्की भीड़, माँ की ...

कदम कदम पर संघर्ष है

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कदम-कदम पर संघर्षजीवन कभी भी सीधी और आसान राह नहीं देता। हर मोड़ पर, हर कदम पर, इंसान को ...

कभी ना डर तू

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रवि नाम का एक साधारण लड़का था, जो एक छोटे से गाँव में रहता था। उसके पिता किसान थे ...

कभी हार मत मानो

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एक छोटे से गाँव में अर्जुन नाम का एक लड़का रहता था। अर्जुन गरीब था, लेकिन उसका सपना बहुत ...