Sayant - Stories, Read and Download free PDF

स्वयंवधू - 42

by N Vaishali Rao
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इसमें हिंसा, खून-खराबा और कुछ ज़बरदस्ती के रिश्ते हैं। पाठकों, यदि आप आघात नहीं चाहते तो इसे छोड़ दें।रहस्यउसकी ...

स्वयंवधू - 41

by N Vaishali Rao
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इसमें हिंसा, खून-खराबा और कुछ ज़बरदस्ती के रिश्ते हैं। पाठकों, यदि आप आघात नहीं चाहते तो इसे छोड़ दें।पहला ...

स्वयंवधू - 40

by N Vaishali Rao
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इसमें हिंसा, खून-खराबा और कुछ ज़बरदस्ती के रिश्ते हैं। पाठकों, यदि आप आघात नहीं चाहते तो इसे छोड़ दें।नया ...

स्वयंवधू - 39

by N Vaishali Rao
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गलत यादे भाग 2यह पता चलने के बाद कि उसके पिता का नंबर उसके पिता का नहीं था, वह ...

SUMMER LOVE STORIES ??

by N Vaishali Rao
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JUST MARRY ME! 106On calm day in the calm summer a bustling business time where everything was moving peacefully ...

स्वयंवधू - 38

by N Vaishali Rao
  • 951

गलत यादे?दो महीने तक गहरी कोमा में रहने के बाद अंततः वह जाग उठी। अधीर के आने के बाद ...

स्वयंवधू - 37

by N Vaishali Rao
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अत्याचार भाग 2एक, दो महीने से अधिक समय बीत गये थे।उसे उसके पिछले अपहरणकर्ता, उसकी नियति से अगवा करने ...

स्वयंवधू - 36

by N Vaishali Rao
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अत्याचारवृषाली बिना दरवाज़े और खिड़कियों वाले एक ठंडे सफेद कमरे में लोहे के बिस्तर से बंधी हुई जागी। घबराकर ...

स्वयंवधू - 35

by N Vaishali Rao
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धोखासुहासिनी उसे लिविंग रूम से निकालकर गलियारे में ले जाने ही वाली थी, तभी पुलिस का दस्ता पूरे घर ...

स्वयंवधू - 34

by N Vaishali Rao
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बस बहुत हो गया!उसने उसे अपने खजाने की तरह अपनी बांहों में थाम रखा था।शांत होने के बाद, "क्या ...