Neeraj Sharma - Stories, Read and Download free PDF

काल कोठरी - 5

by Neeraj Sharma
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काल कोठरी -------(5)हैरत मे मत पड़ो, दुनिया मे कुछ भी नमुंकिन है। कया सोच रहे हो, यही दुनिया खत्म, ...

टाम ज़िंदा हैं - 12

by Neeraj Sharma
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टाम जिंदा है।--------(12)कौन कहता है तो वो मर गया और उसका इतहास मिट गया। इतहास जो किये काम हमेशा ...

टाम ज़िंदा हैं - 11

by Neeraj Sharma
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टाम ज़िंदा है --------- (11)दखल वरंट निकले। ज्योति को पकड़ा जाये। बस फिर कया। पुलिस निकल पड़ी एक ऐसे ...

काल कोठरी - 4

by Neeraj Sharma
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काल कोठरी ---------(5)वक़्त कभी रुकता नहीं... चलता जाता है... ज़ब रोजा को उसने अफसाना सुनाया था, तो रोजा तो ...

काल कोठरी - 3

by Neeraj Sharma
  • 1.3k

काल कोठरी----------(3) धारावाहिक।सच्ची घटनो पर आधारित ये उपन्यास की तीसरी कड़ी.... आग वही लगती है यहां कुछ पहले से ...

टाम ज़िंदा हैं - 10

by Neeraj Sharma
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टाम ज़िंदा है --------- 10 वा धारावाहिक ------------ पिता चुप था, उसका पुत्र उसके सामने उसे ही घूर रहा ...

मंजिले - भाग 30

by Neeraj Sharma
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मंजिले ------ मर्मिक कहानियो की पोथी है जो जज्बाती और भावक थी। इंसान सोचने पर मजबूर हो जाता है ...

काफला यूँ ही चलता रहा - 6

by Neeraj Sharma
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काफला यूँ ही चलता रहा -------(5)खारो पर जो सारी जिंदगी चले हो, फूल भी उनको खार की तरा ही ...

काल कोठरी - 2

by Neeraj Sharma
  • 2.3k

काल कोठरी-------(2)ये उपन्यास एक रचित सत्य कहानी की कलाई थामे है, इसे झूठा मत समझा जाये। ये दीपक जो ...

काफला यूँ ही चलता रहा - 5

by Neeraj Sharma
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काफला यू ही चलता रहा -------(5)जिंदगी मे कभी री टेक नहीं आता... सिर्फ फिल्मो मे ही आता है!!एक बात ...