बासौदा स्कूल का वार्षिकोत्सव पूरे शहर के लिए त्यौहार जैसा होता था। पूरे मैदान में रंग-बिरंगी झालरें टंगी थीं, ...
बासौदा की गलियों में ध्रुव, आशु और आदर्श की दोस्ती मशहूर थी। तीनों हर सुबह एक ही साइकल पर ...
अध्याय 1 – बासौदा का छोटा सा शहरबासौदा… एक छोटा सा शहर, जहाँ ज़िंदगी की रफ़्तार बड़े शहरों जैसी ...