Mehul Pasaya - Stories, Read and Download free PDF

खोए हुए हम - 1

by Mehul Pasaya
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एपिसोड 1: अजनबी रास्तों के हमसफ़रशाम ढल चुकी थी। सड़क किनारे लगी स्ट्रीट लाइट्स अपनी पीली रोशनी बिखेर रही ...

बेवफा - 17

by Mehul Pasaya
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समीरा = ' ठीक ना भाई विजय भाई आते है. तो आने दीजिए ना. इसके बहाने हमे मिल भी ...

बेवफा - 16

by Mehul Pasaya
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सौम्या = ' अरे अगर हमे आपसे कुछ भी छुपाना होता तो. आपसे प्यार कभी ना करते. थोड़ा गहरा ...

बेवफा - 15

by Mehul Pasaya
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विजय = ' बस समीरा जी इसी उम्मीद की किरण पर निर्भर हो कर बैठे है. कोई नी देखते ...

बेवफा - 14

by Mehul Pasaya
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रेन = ' क्या कर सकते है भाई. ये तो दुनिया है. यहा कुछ भी हो सकता है. तो ...

बेवफा - 13

by Mehul Pasaya
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रेन = ' अच्छा पार्ट टाइम जॉब. पार्ट टाइम जॉब में क्या करते हो राहुल. वैसे राहुल पार्ट टाइम ...

बेवफा - 12

by Mehul Pasaya
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सौम्या = ' बंटी तुमने ये तो कभी नही बताया. की ये लोग एक दूसरे को प्यार करते है. ...

बेवफा - 11

by Mehul Pasaya
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रेन = ' अच्छा ठीक है. में उस ड्राइवर को कुछ नही कहूंगा. बस उस बात करूंगा और थोड़ा ...

बेवफा - 10

by Mehul Pasaya
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बंटी = ' लगता है समीरा जी के घर से आ गए. बहार कोई चिल्ला रहे है. सब लोग ...

बेवफा - 9

by Mehul Pasaya
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बंटी = ' अच्छा मतलब तुम ये कहना चाहते हो. की हम इस राहुल गायब कर दे. जब तक ...