आज का चैप्टर शुरू करते हैं।चैप्टर 53।रीडर में आप सबको ना कपाड़िया और बाकी सब की इनफॉरमेशन देता हूं ...
चैप्टर 52रीडर आपको बता दूं कि पिछले चैप्टर में जो नए लोग आए थे वह मेरे नई कहानी के ...
एपिसोडएपिसोड 51कुछ दिनों बादआज कपाड़िया मेंशन में बहुत हलचल थी क्योंकि संवि और सांची के ठीक होने की वजह ...
चैप्टर 50आज की रात सब पर भारी थी ,हर किसी के दिल में एक तूफान उठा हुआ था। किसी ...
चैप्टर 49शिवाय बच्चों को सूलाकर ,छत पर आकर खड़ा होता है इस वक्त वह ठंडी रात में पूर्णिमा के ...
एपिसोड 48उसके बाद वह वनराज से बोली भाई ज्यादा कुछ नहीं हुआ डर के मारे बेहोश हो गई है ...
47कपाड़िया मेंशन रात के 10:00 बजेरुचिता जैसे ही किचन से वनराज के लिए पानी लाती है तो वह दरवाजे ...
क्योंकि वह इस शहर में अकेली रहती थी और ऊपर से उनका कोई दोस्त भी नहीं है जो उन्हें ...
जैसे ही डॉक्टर रोली उसे शख्स को देखती हैं तो एक राहत की सांस लेती है ,क्योंकि यह शख्स ...
44आरोही के वहां से जाते ही दुर्गा एक गहरी सांस लेती है और खुद को शांत करवाते हुए संवि ...