रात के अंधेरे में जब हवाएं सरसराती हैं, तो वो सिर्फ पत्ते नहीं हिलातीं... कुछ यादें, कुछ डर, और ...
अध्याय 1 खामोशीरात की ख़ामोशी में बस एक नाम गूंजता था…"तुम"तू कहीं नहीं थी… पर हर जगह थी।मेरे कमरे ...