Rahul Kumar - Stories, Read and Download free PDF

भूतों का डेरा - 14

by Mr.king
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वो तरहा तरहा की अवाज में आपको अपने लक्ष से हटाने की कोशिश करेंगें और भूलकर भी पलट कर ...

भूतों का डेरा - 13

by Mr.king
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वह जगह एक तरह के तिलस्मी शक्तियों से घिरी हुई है अगर तुम चाहो तो अभी भी पीछे हट ...

भूतों का डेरा - 12

by Mr.king
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इल्या कुछ देर तक चुप रहा और फिर उसने अपना सिर झटक कर कहा ," में बहादुर हूं । ...

भूतों का डेरा - 11

by Mr.king
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" किले की चहारदीवारी पर चढ़कर उस मैदान कि तरफ देखो, जहां दुश्मन की फौजे जमा थी । इल्या ...

भूतों का डेरा - 10

by Mr.king
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बात यह तक थी कि हजारों लुटेरों ने शहर को घेर रखा था उसके घोड़ों के पैरों से जो ...

भूतों का डेरा - 9

by Mr.king
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"ऐसी जल्दी क्या है?" सिपाही ने कहा , "मुझे कुछ साल तो और जिंदा रहने दो अभी तो मुझे ...

भूतों का डेरा - 8

by Mr.king
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अब इल्या के मन में विचार आया कि जरा अपने बल की परीकछा कर ले । अभी तक उसके ...

भूतों का डेरा - 7

by Mr.king
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कहते कहते बुढ़िया चुप हो गई सिपाही ने कहा ,"अब तुम्हे किसी बात कि फिक्र नहीं रहेगी तुम्हारी जरूरतों ...

भूतों का डेरा - 6

by Mr.king
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सिपाही ने उस झोले को लिया और कुछ सोचा सोचते ही झोली में शराब की तीन बड़ी बोलतें आ ...

दरवाज़ा

by Mr.king
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विनय एक बीमा कंपनी में काम कर रहा था उनकी कंपनी उनको एक जगह से दूसरे जगह ग्राहक से ...