चैताक्षी का वापस पहरगढ़ आना....अब आगे.............अमोघनाथ जी विवेक से कहते हैं..."वनदेवी एक प्रकृति प्रेम से बनी है , उन्हें ...
वनदेवी कौन है....?..अब आगे.........देविका जी कहती हैं ....." आदित्य , ये तो अमोघनाथ जी ही बताएंगे...."देविका जी के कहने ...
गामाक्ष हुआ पिंजरे में कैद....अब आगे................गामाक्ष अपने नाखूनों से लोगों को जख्मी कर रहा था , , अमोघनाथ ने ...
गामाक्ष को नरभक्षी पिशाच का रूप मिलना...अब आगे................गामाक्ष बड़े गौर से उसे देख रहा था, , अपने आप को ...
आदिराज की मौत गामाक्ष की ख़ुशी...अब आगे............आदिराज के गिरते ही देविका विहल हो उठती है,।।।।धीरे धीरे उस अंडे के ...
आदिराज ने अपने खून की आखिरी बूंद तक चढ़ा दी....अब आगे..............अचानक तेज हवाएं चलने से सब घबरा जाते हैं ...
मुझे याद है हमारे सात साल पहले ज़ब मैं औऱ इच्छा पहली बार कॉलेज गए थे , ये तब ...
तामसिक क्रिया की तैयारी...अब आगे.............गामाक्ष रात के अंधेरे में मंदिर के तहखाने वाले कमरे से वो किताब चुरा रहा ...
मगरपुरुष... "त्रिश्का डरते हुए पीछे मुड़ती है सामने खड़े मगरपुरुष को देखकर काफ़ी डर चुकी थी, वो मगरपुरुष आधे ...
अपहरण कांड की शुरुआत...अब आगे.........आदिराज अदिति को अमोघनाथ को सौंप कर खुद उस घेरे के आस पास उस बोतल ...