Kishore Sharma Saraswat - Stories, Read and Download free PDF

A Village Fair

by Kishore Sharma Saraswat
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A Village Fair ‘Amma Ji! O, Amma Ji!’ ‘What is the matter, my son? Why are you calling ...

The Anger that Turned me into a Writer

by Kishore Sharma Saraswat
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The anger that turned me into a Writer. (A real Story) I have been fond of doing something new ...

सीमा चौकी

by Kishore Sharma Saraswat
  • 1.4k

सीमा चौकी मई महीने के उत्तरार्ध की भीषण गर्मी से लोक निमार्ण विभाग की सड़क का तारकोल पिघल ...

और मैं साहित्यकार बन गया

by Kishore Sharma Saraswat
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और मैं साहित्यकार बन गया (एक सच्ची कहानी) मुझे जीवन में कुछ नया करने, पढ़ने व लिखने का ...

कौवा बाबा

by Kishore Sharma Saraswat
  • 3.6k

कौवा बाबा गोपी यूँ तो सुबह जल्दी उठने में कंजूसी बरतता था, परन्तु आजकल गर्मियों की सुस्ती भरी ...

The Agonies of a Drummer

by Kishore Sharma Saraswat
  • 1.7k

The Agonies of a Drummer ‘The fair of this world is very short to live; Morning is not ...

भूत का सच

by Kishore Sharma Saraswat
  • 2.1k

भूत का सच बात काफी पुरानी है। या यूँ कहिये कि उस समय तक टेलीविजन का आविष्कार नहीं ...

चोरी करना पाप है

by Kishore Sharma Saraswat
  • 1.7k

चोरी करना पाप है बात पुराने समय की है जब न तो शिक्षा प्रदान करने के पर्याप्त साधन थे ...

मेला

by Kishore Sharma Saraswat
  • 1.5k

मेला ‘'अम्मा जी। अम्मा जी।' ‘'क्या बात हो गई है बेटा? क्यों इतने ज़ोर से बार-बार पुकार रहा है?' ...

दादा जी

by Kishore Sharma Saraswat
  • 1.7k

दादा जी दादा जी यूँ तो अति दयालु और कोमल हृदय के धनी थे। परन्तु उनके दमकते चेहरे ...