DHIRENDRA SINGH BISHT DHiR - Stories, Read and Download free PDF

Before You Win - 1

by DHIRENDRA BISHT DHiR
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Copyright © 2025 Dhirendra Singh BishtAll Rights Reserved.This book is the English translation of the original Hindi title:“Man ki ...

फोकटिया - 1

by DHIRENDRA BISHT DHiR
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वो जो दोस्त थाराजीव की ज़िंदगी में कोई बड़ी बात नहीं थी। वह न कोई बड़ा बिज़नेसमैन था, न ...

मन की हार, ज़िंदगी की जीत - भाग 3

by DHIRENDRA BISHT DHiR
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हमारे समाज की Conditioningहम पैदा होते हैं एक खुली किताब की तरह — न कोई डर, न कोई सोच, ...

मन की हार, ज़िंदगी की जीत - भाग 2

by DHIRENDRA BISHT DHiR
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डर क्यों आता है? – हार और असफलता की छायाहम सभी के भीतर एक अनकहा डर छुपा होता है ...

काठगोदाम की गर्मियाँ - 3

by DHIRENDRA BISHT DHiR
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रिश्तों की परछाइयाँकाठगोदाम की सुबहें जितनी शांत थीं, रोहन का घर उतना ही हलचल भरा था। घर में बहन ...

मन की हार, ज़िंदगी की जीत - भाग 1

by DHIRENDRA BISHT DHiR
  • 1.6k

© 2025 Dhirendra Singh BishtAll rights reserved.No part of this publication may be reproduced, stored in a retrieval system, ...

काठगोदाम की गर्मियाँ - 2

by DHIRENDRA BISHT DHiR
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नए शहर, पुराने सवाललेखक- धीरेंद्र सिंह बिष्टकभी-कभी शहर बदलने से ज़िंदगी नहीं बदलती, सिर्फ़ खिड़की के बाहर का दृश्य ...

कोशिश - अंधेरे से जिंदगी के उजाले तक - 3 - (अंतिम भाग)

by DHIRENDRA BISHT DHiR
  • 1.8k

नेतृत्व, सफलता और दूसरों के लिए प्रेरणा बनना“कभी-कभी ज़िंदगी तुम्हें वहाँ पहुँचा देती है, जहाँ तुमने सोचा भी नहीं ...

काठगोदाम की गर्मियाँ - 1

by DHIRENDRA BISHT DHiR
  • 2.6k

अध्याय 1 मैग्गी प्वाइंट्स की शाम शा म के कोई सात बजने वाले थे। जून का महीना था, लेकिन ...

कोशिश - अंधेरे से जिंदगी के उजाले तक - 2

by DHIRENDRA BISHT DHiR
  • 3.2k

"कोशिश - अंधेरे से जिंदगी के उजाले" के फर्स्ट पार्ट में हमने पढ़ा रोहन अपनी मेहनत और लगन से ...