उस दिन दसवीं कक्षा का मेरा आखिरी पर्चा खत्म हुआ था और मैं दोपहर की गाड़ी से मां के ...
विषय नाज़ुक है और स्थिति जटिल….. पत्नी मेरी प्रेमपात्र है और पति मुझे अपना विश्वासपात्र बनाए चले जा रहा ...
“एक पीढ़ी पेड़ लगाती है और दूसरी उस की छाया पाती है,” अपनी बैठक में कुंती की मां, परमीता, ...
“टुकटुक की शादी मैं ने तय कर दी है,” बेटी को मेरी पूर्वपत्नी टुकटुक कहती, “शादी इसी चौबीस जुलाई ...
सूत्रों के अनुसार ‘पूस की रात’ कहानी पहली बार माधुरी के मई, 1930 अंक में प्रकाशित हुई थी। कैसे ...
उस दिन मां का बुखार तेज़ था। “बुखार जूड़ी ...
“कौन हो सकता है?” दरवाज़े की घंटी सुन कर हम दोनों चौंके। शोध छात्रों के लिए आरक्षित इस परिसर ...
साइकल चला रही प्रमिला और उस की भांजी हमें पांच बजे दिखाई दीं। ...
उस अनुभव के बाद ही मैं ने जाना, आंख की अपेक्षा हमारे कान ज़्यादा तेज़ी दिखाते हैं। आंख से ...
अशोक और मधु के घर में आयोजित वह पार्टी अच्छी चल रही थी। उस का आधार भी प्रत्याशित था ...