Baalak lakhani - Stories, Read and Download free PDF

कुतिया - 2

by Balak Lakhani
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इस दिवाली की रात शायदा करीब करीब 2/3 बजे होंगे मेरी नींद खुल गई थी मे कमरे से बाहर ...

कुतिया - 1

by Balak Lakhani
  • 3.9k

इस दिवाली की रात शायदा करीब करीब 2/3 बजे होंगे मेरी नींद खुल गई थी मे कमरे से बाहर ...

हाय रे मुहब्बत - 1

by Balak Lakhani
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काफी महीनों से मेरी कलम मुझसे रूठ गई थी या मे खुद लिखने को प्रेरित नहीं होता था, या ...

પ્રેમ નો સારથી

by Balak Lakhani
  • 5.8k

પ્રેમ નો સારથી પ્રેમ થવો કરવો કોઇ ગુન્હો નથી પણ પ્રેમ ના સ્વાર્થ માટે કેટલા સંબંધો ની બલી ચડી ...

अधूरा इश्क - 4

by Balak Lakhani
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अधूरा इश्क (4) बहोत दिनों बाद ये कहनी को मे आगे लिखने जा रहा हू, क्या करे हमारे देश ...

अधूरा इश्क - 3

by Balak Lakhani
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अधूरी हवस(3) आगे कहानी मे हमे देखा के आर के इलीना की और खींचा जाता हे मन ही मन ...

अधूरा इश्क - 2

by Balak Lakhani
  • (3.8/5)
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आर के का दिल काम नहीं लगाता इलीना के जाने के बाद थोड़ा उसे जानने को बेताब होए जा ...

अधूरा इश्क - 1

by Balak Lakhani
  • (4.3/5)
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अधूरा इश्क दोस्तों आपने मेरी आगे लिखी कहानी अधूरी हवस दिल से पाढ़ी और मेरी उम्मीद से ...

अधूरी हवस - 24 - अंतिम भाग

by Balak Lakhani
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मिताली बहोत ही उत्सुक होती है, डायरी को लेकर पढ़ने ही तलब लगी थी उसे वोह अपने आप को ...

अधूरी हवस - 23

by Balak Lakhani
  • (4.6/5)
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अचानक से दो साल गुजर जाने के बाद मिताली का कोल आता है राज के ऊपर. मिताली :हैलो, केसे ...