प्राची के पास अब हर वक़्त वो टैडी रहता था जो उसे हॉल की सफाई के वक़्त मिला था। ...
वो किसी से भी ज्यादा बोलता नहीं था गुमसुम-सा ही रहता था। चौदह-पंद्रह साल का मानस सबसे कटा-कटा ही ...
"ओये उठ न ! मुझे बाहर जाना है।" साक्षी अपनी चचेरी बहन शांति को रात के वक्त नींद से ...
वो शाम का समय था जब मैंने वो गीत चलाया था उस गीत का क्या परिणाम हुआ ये जानने ...