Ashutosh Moharana - Stories, Read and Download free PDF

तेरा इंतज़ार अब भी है - 1

by Ashutosh Moharana

पिछले कुछ महीनों में आरव और मायरा की दोस्ती अब रिश्ते की एक नयी परिभाषा बन चुकी थी। वो ...

ज़हन की गिरफ़्त - भाग 12 (अंतिम भाग)

by Ashutosh Moharana
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भाग 12: गिरफ़्त से रिहाई… या नई क़ैद?(जहाँ मोहब्बत की सबसे गहरी यादें ही सबसे बड़ा सच बन जाती ...

ज़हन की गिरफ़्त - भाग 11

by Ashutosh Moharana
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भाग 11: वो आख़िरी रिकॉर्डिंग(जब सना की आवाज़ आख़िरी बार ज़हन में गूंजी… और सच ने सब कुछ बदल ...

ज़हन की गिरफ़्त - भाग 10

by Ashutosh Moharana
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भाग 10: आईने में दूसरी शक्ल(जहाँ ज़हन के आईने में… सना फिर लौटती है — लेकिन अब वो कोई ...

पिशाचनी का श्राप - 3

by Ashutosh Moharana
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शांता के मंदिर के द्वार पर गिरते ही मानो सारा समय ठहर गया। विद्या दौड़ती हुई आई और माँ ...

ज़हन की गिरफ़्त - भाग 9

by Ashutosh Moharana
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भाग 9: सना कौन थी… वाक़ई?फाइल नंबर 72 ने आरव की दुनिया को पूरी तरह हिला कर रख दिया ...

पिशाचनी का श्राप - 2

by Ashutosh Moharana
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धवलपुर कभी एक ऐसा गाँव था, जिसका नाम सुनते ही रोंगटे खड़े हो जाते थे। वहाँ की अमावस्या की ...

ज़हन की गिरफ़्त - भाग 8

by Ashutosh Moharana
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भाग 8: फाइल नंबर 72(जो सना से जुड़ी आखिरी कड़ी थी… और शायद आरव से भी।) अब आरव के ...

पिशाचनी का श्राप - 1

by Ashutosh Moharana
  • 2.1k

गांव धवलपुर की हवा में एक अजीब सी सड़ांध फैली थी। ऐसा लग रहा था जैसे धरती के नीचे ...

ज़हन की गिरफ़्त - भाग 7

by Ashutosh Moharana
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भाग 7: भूलना… या भुला दिया जाना?आरव अब सिर्फ़ अपने सवालों से नहीं जूझ रहा था, बल्कि अपनी यादों ...