चार तो देखो झूल गएक्या बाकियों की बारी भी आएगीजिस सम्मान की नारी लड़ रहीक्या वो सम्मान कभी भी ...
आज भाई और माँ ने जो जो बातें कहीं सब दिल को लगने वाली थी. एक कमी दुसरे की ...
समय बड़ा बलवान होता है बड़े से बड़ा घाव भर देता है. सब कुछ नार्मल है महीने में दो ...
पुलिस ने अच्छे से समझाया उनके इस तरह समझाने से ऐसा लग रहा है की वो सुलह की आड़ ...
पुलिस ने बचाव किया तेज़ का लेकिन उनकी बातों से लग रहा था की कितनी फ़िक्र है. कोई सवाल ...
मेंंज़ उस इलाके का जाना माना गुण्डा है जिससे आम इन्सान तो क्या वहाँ की पुलिस भी डरती ...
शोरएक कैफे कराओके क्लब जहाँ सैकड़ों भीड़ जमा हैं हर किसी के चहरे पर मुस्कान हैं और कुछ देर ...
लगता था मुझ सा कोई दुखी नहीं आज देखा जो अंदर उसके झाँककरतो उस सा दुखी कोई है ही ...
सुशांत सिंह राजपूत ने आत्महत्या क्यूँ की...?सुशांत सिंह राजपूत ने ख़ुदकुशी कर ली. मात्र चौंतिस साल की उम्र में ...
मृत्यु सभी की आनी एक दिन पर आए ऐसी हे भगवान मैं सोया रहूँ पुष्प सेज पर रो रहा ...