धरती का दर्द आवारा बादल ख़ुशी से गुनगुनाता हुआ नीचे जा रही नदी को देख कर दीवाना हो रहा ...
सुबह उठकर रोज़ की तरह शर्मा जी बड़ी मुश्किल तक दरवाज़े की तरफ़ अख़बार उठाने के लिए जा ही ...